गर्भवती महिलाओं के लिए स्त्रीरोग विशेषज्ञ का चयन

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गर्भावस्था हर महिला के लिए बेहद ख़ास अनुभव होता है। जब एक महिला नए जीवन को जन्म देती है तब वो कई शारीरिक और मानसिक बदलावों से गुज़रती है, कहा जाता है की एक बच्चे को जन्म देना महिला के दूसरे जन्म से कम नहीं है। ऐसे समय में गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष देखभाल के साथ साथ सही चिकित्सक का चयन भी बेहद जरूरी है। अहमदाबाद जैसे विकसित शहर में जहां कई चिकित्सक की उपबल्धता है वहां सही चिकित्सक का चुनाव बेहद महत्वपूर्ण बनजाता है। तो आइए आज हम इसी बात पर विस्तार से चर्चा करते है।  

 

आज के समाज में देर से शादी करने का चलन को सामान्यतः देखा जाता है। जिसके कारण महिलाओं गर्भधारण की समस्या देखी जाती है। ऐसे समय में एक निष्णांत स्त्री रोग विशेषज्ञ गर्भधारण के लिए IVF जैसी तकनीक से युगल को अवगत करातें है जिससे प्राकृतिक रूप से गर्भधारण करने में असमर्थ महिलाएं मातृत्व का सुख प्राप्त कर सकती है।

 

सिर्फ गर्भधारण करना बच्चे को जन्म देना नहीं होता यह तो एक लंबे सफर का पहला पड़ाव है। गर्भावस्था धारण करने के बाद महिलाओं में शारीरिक और मानसिक बदलाव देखे जाते है। गर्भवती महिलाओं के शरीर में कई बदलाव देखे जाते है, कई महिलाओं का रूप निखर जाता है तो कई महिलाओं को शारीरिक समस्याओं का सामना करना पडता है जैसे की कमजोरी, उल्टियां होना, बदन दर्द होना, सूजन आना इत्यादि। यह तो हमने बात की सामान्य समस्याओं की कभी कभी गर्भवती महिलाओं में कुछ कमजोरी या अन्य किसी कारणों से शारीरिक समस्या देखी जाती है। ऐसी परिस्थिति में महिला एवं उनके परिजनों को स्त्री रोग विशेषज्ञ के विशेष मार्गदर्शन की जरूरत होती है। जो महिला और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखने के लिए मार्गदर्शन देते है।

 

अहमदाबाद जैसे शहर में जहां अस्पताल और  स्वास्थ्य सुविधाएं बड़ी मात्रा में उपलब्ध है और इसे में युगल के लिए सही अस्पताल और डॉक्टर को चयन करना मुश्किल हो जाता है क्योंकि किसी भी अस्पताल को चुनने से पहले कई मुद्दो पर ध्यान देना बेहद जरूरी होता है। जैसे की आप जिस अस्पताल या फिर नर्सिंग होम का चयन करना चाहते है वहां पर आपको सबसे अच्छी सुविधाएं और उपचार उपलब्ध हो साथ ही आप उस अस्पताल में जाकर यह जानकारी अवश्य ले की अस्पताल कैसा है, जो आपका इलाज करेंगे वो डॉक्टर कैसे है, नर्सिंग स्टाफ कैसा है और बच्चे को जन्म देने के समय कैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाते है। 

 

गर्भवती महिलाओं के लिए गर्भावस्था का समय बेहद महत्वपूर्ण है उस वक्त योग्य अंतराल में स्वास्थ्य परीक्षण करना, पोषणयुक्त आहार का लेना, पर्याप्त आराम करना और सामान्य व्यायाम करना आवश्यक है। एक निष्णांत स्त्री रोग विशेषज्ञ इन विषयों पर आपको सही जानकारी देने के लिए सबसे सही व्यक्ति है। यह जान लेना भी जरूरी है कि सामान्य: अस्पताल आप के घर से कितनी दूरी पर है, आपातकालीन स्थिति में अस्पताल की और से कैसे मदद की जाती है। जब आप अपना चेकअप करवाने जाते है तो अस्पताल में सामान्यतः वेटिंग टाइम कितना है। आप जिस प्रसूति शास्त्री से इलाज करवा रहे है उनका आपके के प्रति व्यवहार कैसा है और आपातकालीन स्थिति में क्या वह फोन से भी संपर्क में रह सकते है की नहीं यह जानकारी भी प्राप्त कर लें साथ ही अस्पताल में तकनीकी सुविधा और नर्सिंग सुविधाएं कैसी है, नर्सिंग स्टाफ का बर्ताव कैसा है यह भी सुनिश्चित कर लें।

 

गर्भवती महिलाओं को यह भी ध्यान रखना चाहिए की वे अपनी खानपान की आदतों का विशेषतौर पर ध्यान रखें। जैसे की कोशिश करें की वे हमेशा स्वस्थ और संतुलित आहार लें । आपने खाने में हरी सब्जियों और फलों का सेवन करें। हमारे खाने में जैसे की चावल, रोटी, ब्रेड इत्यादी में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होती है यह जरूर ध्यान दें कि उनके खाने में पर्याप्त फायबर भी हो। गर्भवती महिलाओं को विशेष तौर पर यह भी ध्यान रखना चाहिए की खानें में प्रोटीन की सही मात्रा में हो इसलिए वे अपने खाने में अंडे, बीन्स, राजमा, मूंग, सोया, दाल जैसे पदार्थों का सेवन नियमित रूप से करें। हर रोज दूध और डेयरी उत्पादों जैसे की छाछ, पनीर, विटामिन डी ओमेगा – 3 फैटी एसिड युक्त पदार्थों का सेवन भी करना चाहिए। कई लोगों के मन में यह भ्रांति होती है की गर्भवती महिलाओं को ज्यादा खाना यानी की दो लोगों का खाना खाना चाहिए पर यह मिथ्या है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को दूसरे या तीसरे महीने में अपनी रोज की जरूरी कैलोरी से 300 कैलोरी ज्यादा लेनी चाहिए।

 

यह कुछ ऐसी सामान्य बाते है जिसे हर गर्भवती महिलाओं को ध्यान रखना चाहिए पर गर्भावस्था में हर महिला की स्थिति अलग होती है तो उन्हे अपने प्रसूति शास्त्री की सलाह के अनुसार खानपान ग्रहण करना चाहिए।

अब हम बात करें दिवा हॉस्पिटल की तो यह अहमदाबाद की सबसे अच्छी प्रसूति अस्पताल है। जहां आपको इन्फर्टीलिटी, गर्भधारण के पहले की काउंसलिंग, गर्भावस्था में देखभाल और प्रसूती के बाद की संभाल, लेप्रोस्कोपिक सर्जरी, आईवीएफ, स्त्री रोग जैसे की पीसीओडी,पीसीओएस जैसे कई रोग के उपचार उपलब्ध है। हम जानते है की महिला काफी तकलीफों के गुज़र कर एक नए जीवन को जन्म देती है, इसी लिए हम मानते आप ख़ास हो और हम हर कदम पर प्रयत्न करतें है की हमारे साथ आपका मातृत्व का यह सफर आपको और भी ख़ास अनुभव दे । दीवा में हम आपको अहमदाबाद की श्रेष्ठ तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध करवातें है जिसमें 3डी स्कैनिंग के साथ साथ 12, 20, 32 में सप्ताह में स्कैनिंग भी करते है जो आपके बच्चे के शारीरिक विकास के बारे में संपूर्ण माहिती देता है। साथ ही अगर आपको बेहद कमजोरी लगती है या आप के अपने घर में आपके इलाज के इच्छुक है तो हम आपके लिए यह व्यवस्था भी कर सकते है । चिकित्सक आप के घर आकर आपकी जांच करेंगे, उपचारिका उपलब्ध करवाएंगे, आइसीयु भी तैयार किया जा सकता है।     

 FAQs

1)     गर्भवती महिला के लिए टिप्स

गर्भवती महिलाओं को अपने और अपने गर्भस्थ शिशु के लिए कुछ ख़ास ध्यान रखना चाहिए।

  • गर्भवती महिला को आरोग्यप्रद आहार ले, बाहर खाने से बचें ।
  • धूम्रपान, शराब का सेवन न करे ।
  • हलका फुलका व्यायाम करें।
  • नियमित रूप से चिकित्सक से मुलाकात करें।
  •  कैफीन का सेवन कम करें।

2)     गर्भवती महिला के लिए भोजन

कई लोग ऐसा मानते है की गर्भवती महिला को डबल खाना चाहिए पर यह गलत धारणा है। गर्भवती महिला को शुरुआत के महीने में अपने रोज़ के खाने में सिर्फ 300 कैलोरी ज्यादा लेनी है। इसके अलावा महिला घर का संतुलित आहार ले, हो सके वहां तक बाहर का खाने से दूरी बनाएं।

  • खाने में हरी सब्जियां, दूध, डेरी पदार्थ जैसी दहीं, छाछ, पनीर प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें।
  • गर्भवती महिला के खाने में विटामिन और ओमेगा 3 फैटी एसिड होना बेहद आवश्यक है।  
  • आल्कोहोल का सेवन करने से दूर रहें ।

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